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अस्वीकरण
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रूखापन / प्रभात
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18:03, 8 नवम्बर 2013
उसे खटकता नहीं
मैं बोलता
हूं
हूँ
उसके कान उत्सुक नहीं रहते
अनिल जनविजय
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