{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ दर्द आसानी से कब पहलू बदल कर निकला / हसीब सोज़]]* [[हमारे ख़्वाब सब ताबीर से बाहर निकल आए / हसीब सोज़]]* [[ख़ुद को इतना जो हवा-दार समझ रक्खा है / हसीब सोज़]]* [[नज़र न आए हम अहल-ए-नज़र के होते हुए / हसीब सोज़]]* [[वो एक रात की गर्दिश में इतना हार गया / हसीब सोज़]]