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टूण्ड्रा प्रदेश का सच / विपिन चौधरी
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,
18:21, 14 दिसम्बर 2013
बौनेपन में उतरने ही
जीवन ने इस कदर
समाधी
समाधि
धारण कर ली
कि नई ज़मीन की कच्ची-पक्की, जली-भुनी सभी मन्त्र-सिद्ध तरकीबें उसे रट गईं
और
अनिल जनविजय
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