Changes

|संग्रह=
}}
{{KKCatGeet}}
{{KKCatAwadhiRachna}}
<poem>
हमरे देसवा की मँझरिया ह्वैगै सूनि,
अकेले गाँधी बाबा के बिना।
</poem>
मँझरिया > मड़ैया / भरमारी > भरमार, अधिकता / खूँगर > कत्ल करने वाला / धुँवारि > धुवें से भरी यानी मैली / डहुँकी > गरजी / भँगारि > भाँग के नशे में मस्त {{KKCatAwadhiRachna}}
Delete, Mover, Reupload, Uploader
1,983
edits