Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=संजय आचार्य वरुण |संग्रह=मंडाण / न...' के साथ नया पन्ना बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=संजय आचार्य वरुण
|संग्रह=मंडाण / नीरज दइया
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
{{KKCatKavita‎}}
<Poem>अचकची खाय
तोड़ काढ्यो
जद तूं
थारै अर म्हारै बिचाळै रो
हरेक रिस्तो
पण
रिस्तो फेर भी हो
आपां रै बिच्चै....
कोई रिस्तो नीं होवण रो रिस्तो।</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,484
edits