Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=राजेन्द्र जोशी |संग्रह=सब के साथ ...' के साथ नया पन्ना बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=राजेन्द्र जोशी
|संग्रह=सब के साथ मिल जाएगा / राजेन्द्र जोशी
}}
{{KKCatKavita‎}}<poem>मेरे शहर के लोग
भोले और सीधे
सपाट बात
बे लाग
रोज करते हैं
एक ही पाटे पर
शंकर और रहीम
शोभना और मरियम
समय तुम्हारा- शहर हमारा
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,484
edits