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श्री जुगलकिशोर जी की आरती / आरती
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17:18, 1 जून 2014
तन मन धन न्यौछावर कीजै।
रवि शशि कोटि बदन
कि
की
शोभा।
ताहि निरखि मेरी मन लोभा।
Sharda suman
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