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मुखसों कहत राम-नाम पंथ चलत जोई / हनुमानप्रसाद पोद्दार
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<poem>
(राग गारा)
मुखसों कहत राम-नाम पंथ चलत जोई।
पग-पग पर पावत नर जग्य फलहि सोई॥
</poem>
Gayatri Gupta
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