778 bytes added,
19:33, 30 जून 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>आजु शुभ दिन मंगल, मंगल गाउ हे
जानकी होयत विवाह जनकपुर आउ हे
धनुष तोड़ल रघुनाथ मेदिनी छहरायल हे
जयमाला सीता हाथ राम पहिरायल हे
सीता आंगुरि धराय कोबर घर जाउ हे
आजु शुभ दिन मंगल, मंगल गाउ हे
</poem>