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10:01, 1 जुलाई 2014 {{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|भाषा=मैथिली
|रचनाकार=अज्ञात
|संग्रह= बियाह सँ द्विरागमन धरिक गीत / मैथिली लोकगीत संग्रह
}}
{{KKCatMaithiliRachna}}
<poem>पहिल पहर गौरी पूजल
वर मांगल हे
आहे ऋषि जनक सन बाप
कि माय सुनयना रानी हे
दोसर पहर गौरी पूजल
इहो वर मांगल हे
आहे मांगल दशरथ सन ससूर
कि सासु कौशिल्या रानी हे
तेसर पहर गौरी पूजल
इहो बर मांगल हे
मांगल रामचन्द्र सन कन्त
देओर बाबू लछुमन हे
चारिम पहर गौरी पूजल
इहो वर मांगल हे
मांगल जनकपुर नैहर
कि सासुर अयोध्या सन हे
पांचम पहर गौरी पूजल
इहो वर मांगल हे
मांगल लव-कुश सन पुत्र
कि सेवक श्री हनुमान हे
</poem>
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