Changes

वक़्त / बुद्धिनाथ मिश्र

1 byte added, 20:59, 19 जुलाई 2014
खो गई खण्डहरों में वैभव की चहल-पहल ।
बाज बहादुर राजा, रानी वह रूपमती
दोनों को अंक में समेट सो रही धरती।धरती ।
रटते हैं तोते इतिहास की छड़ी से डर
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,693
edits