Changes

सावन का गीत / रमेश रंजक

12 bytes removed, 06:56, 18 अगस्त 2014
धरती पर लहराएगा पानी
हवा करेगी अपनी मनमानी
कहीं बिजली चमकेगी । हमारी नाव चलेगी ।।
गीत उठेंगे अँगड़ाई लेकर
पतनाले बोलेंगे छरर-छरर
धरा की प्यास बुझेगी । हमारी नाव चलेगी ।।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,726
edits