* [[चैतन्य ज्योति जो / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[दुःखद दुःख के घेरे में / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[सृष्टि का चल रहा खेल ह है / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[आज की अरण्य सभा का / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[नित्य ही प्रभात में पाता हूं प्रकाश के प्रसन्न स्पर्श में / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[धर्मराज ने दिया जब ध्वंस का आदेश तब / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
* [[तुम्हें देख नहीं पाता तो अनुभूति होती / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]
====शेष वाणी====
* [[सामने है शान्ति पारावार, / रवीन्द्रनाथ ठाकुर]]