जहाँ तक मेरी बात है, भाषा का ज्ञान मुझे अधिक नहीं है| अपने तुच्छ ज्ञान के साथ मैं कुछ कार्य कराती हूँ तो प्रयास यही होता है कि "नहीं कराने से तो अच्छा है कि जितना मैं कर सकती हूँ उतना तो करूँ|" मैं आपकी तरह तीव्र नहीं हूँ, मुझे भाषा सीखने मैं समय लगता है, किंतु कोशिश करुँगी कि आगे से कोई गलती न हो|
सादर, [[सदस्य:Pratishtha|प्रतिष्ठा]] १३:०९, १४ अप्रैल २००८ (UTC)
प्रिय सुमित जी,