{{KKRachnakaarParichay
|रचनाकार=अभिज्ञात
}}बचपन से ही साहित्य में रुचि रही। इसी रुचि के चलते किशोरावस्था में वरिष्ठ कवि हरिवंशराय बच्चन से पत्राचार होने लगा था। उन्होंने ही उपनाम अभिज्ञात दिया था, जिसे काफी बाद में अपनाया। कविताओं के अलावा कहानियां भी लिखी हैं जो हंसवास्तविक नाम-हृदय नारायण सिंह। जन्मः ग्राम कम्हरियां-खुशनामपुर, आउटलुकजिला आज़मगढ़, वागर्थउत्तर प्रदेश। शिक्षाः कलकत्ता विश्वविद्यालय से केदारनाथ सिंहः व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर पी.एच.-डी। पत्नी विख्यात भोजपुरी गायिका प्रतिभा सिंह।'''प्रकाशित कृतियाँ-''' कविता संग्रहः एक अदहन हमारे अन्दर, नया ज्ञानोदयभग्न नीड़ के आर पार, अहा ज़िन्दगीसरापता हूँ, इंडिया न्यूजआवारा हवाओं के ख़िलाफ़ चुपचाप, सीनियर इंडियावह हथेली, पब्लिक एजेंडादी हुई नींद, प्रगतिशील वसुधाखुशी ठहरती है कितनी देर। उपन्यासः अनचाहे दरवाज़े पर, वर्तमान साहित्यकला बाज़ार। कहानी संग्रहः तीसरी बीवी, मनुष्य और मत्स्यकन्या। '''पुरस्कार/सम्मानः''' आकांक्षा संस्कृति सम्मान, कादम्बिनीलघु-कथा पुरस्कार, पाखीकौमी एकता पुरस्कार, परिकथा आदि में प्रकाशित हैं। अम्बेडकर उत्कृष्ट पत्रकारिता सम्मान, राजस्थान पत्रिका सृजन सम्मान, कबीर सम्मान।पेशे से पत्रकार। जनसत्ता, अमर उजाला, वेबदुनिया डाट काम, दैनिक जागरण के बाद सम्प्रति सन्मार्ग दैनिक में डिप्टी न्यूज़ एडिटर। पता-40ए, ओल्ड कलकत्ता रोड, पोस्ट पातुलिया, टीटागढ़, कोलकाता-700119 मोबाइल-09830277656 ई मेल-abhigyat@gmail.com