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महा-वृद्धे / प्रतिभा सक्सेना
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13:53, 4 अप्रैल 2015
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सपना कैसे कहूँ,
सच लगा मुझे.
तुम्हारा हाथ थाम
पल में पार उतर जाए!
*
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Sharda suman
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