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17:12, 30 अप्रैल 2015 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=निशान्त
|संग्रह=धंवर पछै सूरज / निशान्त
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<poem>
सोनो
कियां बण ज्यावै माटी-
फगत
बो ई डोकरो जाणै
जोध-जुवान जोड़ायत जिण रै
रैवै खड़ी सिराणैं
</poem>
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