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गिरेड़ा / निशान्त
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11:26, 9 मई 2015
तिसळ’र पड़तै आदमी नै
देख’र
कइयां रै
श्ीतर
भीतर
चेळको बापरै
अलबत मूंडै स्यूं तो
आशिष पुरोहित
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