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जन्मदिन पर 'राम' को आशीष देता है 'रक़ीब'
नानियों, माता-पिता, मौसी व मामाओं के बाद
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रंग, अबीर, गुलाल भुलाकर फूलों की बौछार करें
फ़ागुन आया छोड़ के नफ़रत प्यार करें, बस प्यार करें
छोटों को दें, बड़ों से लेकर, आशीर्वाद आज के दिन
होगा बहुत मुनाफ़ा इस में आज यही व्योपार करें
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