Changes

छोटों को दें, बड़ों से लेकर, आशीर्वाद आज के दिन
होगा बहुत मुनाफ़ा इस में आज यही व्योपार करें
27
आ जा तू किनारे पे न कर मुझको परेशान
तोड़ा है जो सिगनल तो करूँगा तेरा चालान
ग़लती से भी आइन्दा कभी ऐसा न करना
ट्रैफिक के सिपाही से बचेगी न तेरी जान
28
गुज़र गया है जो बचपन वो याद कर लेना
मिले जो वक़्त कभी हमको याद कर लेना
फ़लक के चाँद सितारे भी तुझको छूने हैं
मगर ज़मीन के ज़र्रों को याद कर लेना
</poem>
384
edits