<table width=100% style="background:none;background-color:#ffffff;border: 1px solid #d15600"><tr><td colspan=2 style="background-color:#d15600;">
<font size=3>''' रेखांकित रचनाकार'''</font></td></tr>
<tr><td valign=top>[[चित्र:MridulKirtiAhmed_faraz.jpg|50px|right]]</td><td valign=top>14 जनवरी 1931 को जन्में '''डा. [[मृदुल कीर्तिअहमद फ़राज़]]''' का जन्म 07 अक्तूबर 1951 को पूरनपुर, जिला पीलीभीत, उत्तर प्रदेश उर्दु के मशहूर शायरों में हुआ था। आप '''शुमार किये जाते हैं। आपकी ग़ज़ल [[मृदुल कीर्तिरंजिश ही सही, दिल ही दुखाने के लिए / फ़राज़| नौ उपनिषदों के हिन्दी काव्यानुवाद"रंजिश ही सही"]]''' के लिये विख्यात हैं। इसके अतिरिक्त अष्टावक्र गीता, सामवेद हर ओर बहुत लोकप्रिय है। फ़राज़ साहब का पद्यानुवाद और ईहातीत छन आपकी प्रमुख रचनाओं निधन हाल में 25 अगस्त 2008 को हो गया। कविता कोश की ओर से हैं।उन्हें श्रद्धांजलि।
</td></tr></table>