Changes

समधिन / नज़ीर अकबराबादी

3 bytes removed, 13:52, 6 अगस्त 2015
लटकती चाल मदमाता चले बिच्छू<ref>पैर की उँगली में पहना जानेवाला जेवर यानी बिछुवा</ref> को झनकाती
अदा में दिल लिये लिए जाती अजब समधिन हमारी है
भरे जोबन पै इतराती झमक अँगिया की दिखलाती
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
53,667
edits