{{KKCatMaithiliRachna}}
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किऐ कियै टूटल जननि ! धैर्यक सेतु ?कानि रहलहुँ अछि, अरे ! की हेतु ? अहा ! जागल आइ कटु-स्मृति कोन ?जाहिसँ भए भै गेल व्याकुल मोन ? विश्वभरिमे विदित नाम अहाँक !कान्तियो नयनाभिराम अहाँक !केहन उज्जवल उज्ज्वल मा ! अहाँक अतीतभेलहुँ अछि पुनि कोन भयसँ भीत ? जलधि-वसने ! हिम-किरीटिनी किरीटिनि देवि !तव चरण-पंकज युगलकें युगलकेँ सेवि,लोक कहबै अछि अरे ! तिहुँ लोक !अहींकें अहीं केँ चिन्ता, अहीकें अहीकेँ शोक !! कहू जननी किऐ कियै नोर बहैछछाड़ि रहलहुँ अछि किऐ कियै निःश्वास ?
कोन आकस्मिक विषादक हेतु
भए भै रहल अछि मूँह एहन उदास ?
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