Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रामदुलारा सिंह 'पराया' |अनुवादक= |स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामदुलारा सिंह 'पराया'
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatBaalKavita}}
<poem>जन्म दिवस पर पापा मेरे
लाए खूब मिठाई,
मम्मी-पापा, मैंने खाई
जम कर खूब मिठाई!
पर दादी की थाली से जब-
गायब मिली मिठाई,
तब बरबस ही मेरी आँखें
छल-छल कर भर आई!
झट बोला पापा से जाकर
जन्म दिवस यह कैसा,
दादी माँ को नहीं दिया क्यों-
खाना सबके जैसा?
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
2,956
edits