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15:04, 6 अक्टूबर 2015 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=प्रमोद जोशी
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|संग्रह=
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{{KKCatBaalKavita}}
<poem>गाड़ी छुक-छुक करती क्यों?
कोयले से मुँह भरती क्यों?
कहे कबूतर, गुटरू-गूँ।
कुत्ते की दुम टेढ़ी क्यों?
तारे चमचम चमके क्यों?
सूरज नभ में दमके क्यों?
धमकाते हैं चाचा क्यों?
मारें तेज तमाचा क्यों?
मम्मी मुझको मारे क्यों?
रोने पर पुचकारे क्यों?
बाबा पान चबाते क्यों?
मुँह से खून गिराते क्यों?
भइया दिन भर लिखता क्यों?
शीशे में मुँह दिखता क्यों?
</poem>