Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार= संतोष मायामोहन |संग्रह=जळ विरह / स...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= संतोष मायामोहन
|संग्रह=जळ विरह / संतोष मायामोहन
}}
[[Category:मूल राजस्थानी भाषा]]
{{KKCatKavita‎}}<poem>बूंद पड़्यां
पिरथी तळ
छम-छम नाचै जळ।
बावड़ी हरखै
बरसण री आस
जीवै जळ।
नीं बरस्यां सूक मरै
विरह।
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
5,484
edits