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10:06, 22 मार्च 2016 {{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= कुँवर दिनेश
}}
[[Category:हाइकु]]
<poem>
1
अकेला पेड़
घर की दीवार से
सटा है पेड़
2
नन्हा सा सोता
बीहड़ जंगल में
एकल रोता
3
तारों का मेला
रात है जगमग
चाँद अकेला
4
नार अकेली
छेड़ती बार बार
हवा सहेली
5
डगर सूनी
जी बहलाने आयी
हवा बातूनी
-0-
</poem>