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पेरियार / अज्ञेय
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03:16, 23 फ़रवरी 2008
सब सह जाता है: <br>
दिन, पर, छिन-- <br>
इन की झांझर में जीवन
जीवन
<br>
कहा अनकहा रह जाता है। <br>
बहू हो गई ओझल: <br>
तू बढ़ता कहाँ जाएगा? <br>
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(
पेरियार केरल की एक नदी है जिसके किनारे कालडि में शंकराचार्य का जन्म हुआ था।
)
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Sumitkumar kataria