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तोते और कबूतर कोयल,
मधुर मधुर हौले हौले |
थी नगर गली सड़कें सुन्दर, सब जन के मन चित चाव रहा, गुलाब जल सब जगह सुगंधित, चन्दन का छिड़काव रहा |
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