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सॉरी यार / शहनाज़ इमरानी
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07:26, 10 जुलाई 2016
तुम मुझे भूल गईं न?
एक पल की
डबडबायी
डबडबाई
ख़ामोशी में
लहरों में देखती हूँ
टूटते सूरज को
अनिल जनविजय
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