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अभी खिलना वाकी है / अभि सुवेदी / सुमन पोखरेल
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04:08, 27 जुलाई 2016
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|रचनाकार=अभि सुवेदी
|अनुवादक=सुमन पोखरेल
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लगता है
आज रात भर मेँ
सूरज को किसी ने कुरेद दिया ।
लेकिन
अभी खिलना बाकीँ है ।
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