Changes

चुलमाटी

3,860 bytes added, 15:25, 13 अक्टूबर 2016
'{{KKGlobal}} {{KKLokRachna |रचनाकार=अज्ञात }} {{KKLokGeetBhaashaSoochi |भाषा=छत्तीसग...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=छत्तीसगढी
}}
{{KKCatChhattisgarhiRachna}}
<poem>
तोला साबर धरे ला, तोला साबर धरे ला
तोला साबर धरे ला, नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे

तोला पर्रा बोहे ला, तोला पर्रा बोहे ला
(पुरुष – सुनत हस सुवासिन)
(स्त्री – सुनत हावव~)
तोला पर्रा बोहे ला, नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन भाई ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन भाई ल तीर धीरे धीरे

तोला माटी कोड़े ला, तोला माटी कोड़े ला
(स्त्री – सुनत हस सुवासन)
(पुरुष – अरे ददा रे~)
तोला माटी कोड़े ला, नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे

तोला माटी झोंके ला, तोला माटी झोंके ला
तोला माटी झोंके ला, नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे तैं कछोरा ला ढील धीरे धीरे
धीरे धीरे तैं कछोरा ला ढील धीरे धीरे

तोला धोती पहिरे ला,तोला धोती पहिरे ला
(स्त्री – बने सम्हाल के पहिरबे)
(पुरुष – छुटत हे)
तोला धोती पहिरे ला,नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन टोलगी खोंच धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन टोलगी खोंच धीरे धीरे

तोला लुगरा पहिरे ला,तोला लुगरा पहिरे ला
(पुरुष – अरे बने सम्हाल के पहिन ले सुवासिन)
(स्त्री – कईसे मोला पहिरे ल नई आही का)
(पुरुष – अरे लुगरा के छोर ह घिसलत हे)
(स्त्री – अरे एमा तोला का जलन जात हे)
तोला लुगरा पहिरे ला, नई आवय मित धीरे धीरे
धीरे धीरे तैं कछोरा ल भींच धीरे धीरे
धीरे धीरे तैं कछोरा ल भींच धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे

धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन भाई ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन भाई ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन बहिनी ल तीर धीरे धीरे
धीरे धीरे अपन भाई ल तीर धीरे धीरे
</poem>
Delete, KKSahayogi, Mover, Protect, Reupload, Uploader
19,164
edits