<poem>{{KKGlobal}}{{KKRachnakaarParichay|रचनाकार=दानेश्वर शर्मा}}
आरम्भ में वकालत करने के बाद भिलाई इस्पात संयंत्र के सम्पादकीय विकास विभाग में मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए। 1955 से लेखन आरम्भ किया। प्रथम रचना बेटी के बिदा (1966 ई.)। ये लोककला को मूल स्वरुप में संरक्षित करने के हिमायती थे।
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