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बड़ा बिगौना दिल्ली मा / डी. एम. मिश्र
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16:29, 3 जनवरी 2017
केतना डाकू पहुँच गये संसद के रस्ते दिल्ली मा
लोकतंत्र के नाम पे देश मा लूटतंत्र कै राज चलै
चम्बल मा जौ रहत रहे अब ऊ
बसते
हैं
बसते
दिल्ली मा
बहन-बेटियाँ नाय सुरक्षित बनीं खिलौना दिल्ली मा
</poem>
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