Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुरेन्द्र डी सोनी |अनुवादक= |संग्...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=सुरेन्द्र डी सोनी
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-3 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
म्हैं
खुद नैं
बीं रूप में
कणा ही कबूल करूं नीं
जीं रूप में
म्हैं हूं -

ईं खातर ही
इण भोडै नैं
जको टोटल ही धोळो हो रैयो है
हफ्तै री हफ्तै
करूं काळो टाळ
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits