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08:40, 27 जून 2017 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=मोहन पुरी
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-4 / ओम पुरोहित ‘कागद’
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<poem>
व्हा
फगत
व्हांकी वासणा रो
सिकार नीं होयी....
अेक कांळूस पोतगी
आपणा सभ्य समाज
रा मुन्डा‘प।
</poem>
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