Changes

'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अशोक परिहार 'उदय' |अनुवादक= |संग्रह...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=अशोक परिहार 'उदय'
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>

बेघर हो खुद
निज रा घर
बणावण-बसावण रै
आंधै सुवारथ मिस
आंधै मिनख
उजाड़्या म्हारा घरआळा
खुद री ई मेटी पीड़
म्हारी तो बधाई नीं
बेघर होवण री पीड़
देय'र झपीड़?


</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits