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19:17, 27 जून 2017 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=मनमीत सोनी
|अनुवादक=
|संग्रह=थार-सप्तक-7 / ओम पुरोहित ‘कागद’
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<poem>
के तो जीत उजाळै री
अर
के हार अंधारै री
ईं में थारी के पंचायती है
भायला-भायला
आप ई सलट लेसी।
</poem>
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