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07:02, 28 जून 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार= मधु आचार्य 'आशावादी'
|संग्रह=अमर उडीक / मधु आचार्य 'आशावादी'
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<poem>
भाई नै भाई सूं लड़ावणो
बीच मांय पड़
समझौतो करावणो
धरमां नै
आपस मांय भिड़वणो
ऊपर सूं
भाईचारै रो ढोल बजावणो
हरेक री आंख्यां मांय
आयोड़ै आंसुवां में
खुद रो दुख बतावणो
सगळां नै आपरो
वोटर ई बणावणो।
इणी नै कैवै-
राजनीति
राज री नीति
अर
मिनखापणै री
अनीति।
</poem>
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