Changes

पौध / दीनदयाल शर्मा

607 bytes added, 03:06, 29 जून 2017
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=दीनदयाल शर्मा |अनुवादक= |संग्रह=र...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=दीनदयाल शर्मा
|अनुवादक=
|संग्रह=रीत अर प्रीत / दीनदयाल शर्मा
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
जीणौ-मरणौ
नेम है
प्रकृति रा
अर आणौ-जाणौ
रीत निभाणौ
नेम है समाज रा

आओ
आपां दु:ख-सुख
बांटा-बंटावां

अर आपरै भीतर
मिनखपणै री
पौध लगावां।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
8,152
edits