499 bytes added,
11:20, 8 जुलाई 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=ॠतुप्रिया
|अनुवादक=
|संग्रह=सपनां संजोवती हीरां / ॠतुप्रिया
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
घर नै
लीपणौ - पोतणौ
अर
साफ सफाई सूं राखणौ
भौत ई जरूरी है
घर में
दीखणी चाइजै
मिनखां री हाजरी।
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader