Changes

हरि तन भक्ति सर नर धाम परं धाम पाउं ।।आरति।।७।।
''''जोसमनी सन्त परम्परा र साहित्य' बाट साधारसाभार ग्रहण'''
</poem>
Mover, Reupload, Uploader
10,371
edits