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हवा में शोर हो तो रागिनी अच्छी नहीं लगती / डी. एम. मिश्र
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09:49, 19 अगस्त 2017
हमें तो श्याम रंग भाता है अपनी रातरानी का,
कभी
‘ मेकप ‘
‘मेकप’
में उजली यामिनी अच्छी नहीं लगती।
यहाँ तो योगिराजों के भी हैं इतिहास ऐसे ही,
जिन्हें राधा के आगे रूक्मिनी अच्छी नहीं लगती।
</poem>
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