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बजर बजता है तो उसको सुनायी कुछ नहीं देता / डी. एम. मिश्र
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09:53, 24 अगस्त 2017
<poem>
बजर बजता है तो उसको सुनायी कुछ नहीं देता।
डसे
उसे
फिर लालबत्ती में दिखायी कुछ नहीं देता।
इलाके का वो नेता है इलाके में नहीं आता,
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