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05:07, 3 दिसम्बर 2017 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=इंदुशेखर तत्पुरुष
|अनुवादक=
|संग्रह=पीठ पर आँख / इंदुशेखर तत्पुरुष
}}
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<poem>
अजीब शख्सियत वह
हरदम
लड़ने को तैयार
रहती मुझसे
ज़रा सी बात पर।
पर मेरे लिए सारे संसार से
भिड़ने को तैयार
वह अकेली
बिना बात पर।
</poem>
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