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हिज्र के सवाल पे वबाल कम नहीं हुआ / दीपक शर्मा 'दीप'
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14:28, 23 दिसम्बर 2017
इक तरफ़ फ़रेब था तो इक तरफ़ थी उलझनें
दिल दबा था बीच में हलाल कम नहीं हुआ
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द्विजेन्द्र द्विज
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