हित चौरासी में मधुर-लीला-परक चौरासी स्फुट पदों का संग्रह है। हित चौरासी राधावल्लभ सम्प्रदाय का मेरुदण्ड है जिसमें राधा-कृष्ण का अनन्य प्रेम, नित्य विहार, रासलीला, भक्ति-भावना, प्रेम में मान आदि की स्थिति, राधावल्लभ का यथार्थ स्वरुप आदि वर्णन किया गया है।
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{{भक्तिकालीन रचनाकार}}