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परिभाषा / संजीब कुमार बैश्य / प्रभात रंजन
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07:01, 7 जून 2018
मुझे सोचने की आज़ादी दो,
मुझे साँस लेने की आज़ादी दो…
'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : प्रभात रंजन'''
</poem>
अनिल जनविजय
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