* [[लोग करने लगे जवाब तलब / राज़िक़ अंसारी]]
* [[खुले में छोड़ रखा है मगर सलीक़े से / राज़िक़ अंसारी]]
* [[ आज कुछ फ़रमान है कल और कुछ / राज़िक़ अंसारी]]* [[ जो रिश्तों के बीच में डर फैलाते हैं / राज़िक़ अंसारी]]* [[ कर चुके हम फ़ैसला अब कुछ भी हो / राज़िक़ अंसारी]]
* [[ / राज़िक़ अंसारी]]
* [[ / राज़िक़ अंसारी]]
* [[ / राज़िक़ अंसारी]]