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07:28, 24 जुलाई 2018 {{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=[[लक्ष्मीनारायण रंगा]]
|अनुवादक=
|संग्रह=सावण फागण / लक्ष्मीनारायण रंगा
}}
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<poem>
मौसम महाराणी
घुमा री है
अस्सीकळी रौ
घेर-घुमेर
बादळी-घाघरो,
जिण रै
लूमते-झूमते
नाड़े में
जड़ियोड़ा
तारा-मोती,
कळी-कळी में
टंकियोड़ा
रंग-रंगीला काच
करै
जगमग-जमगम
</poem>